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Wednesday, August 10, 2011

ग़ुंडों को एक लाख और भले आदमी को एक हज़ार!

फ़िल्म : चश्मे बद्दूर
किस सन में रिलीज़ हुई : 1981
किसने कहा : ओमी (राकेश बेदी)
किससे कहा : सिद्धार्थ और जोमो (फ़ारूक़ शेख़ और रवि बास्वानी)
सम्वाद लेखक : सई परांजपे

ओमी अख़बार पढते समय एक ख़बर अपने दोस्तों को भी ज़ोर से पढ कर सुनाता है. ख़बर ये थी कि एक अमीर बिज़निसमॅन की बेटी को अगवा किया गया है और अपहरणकर्ताओं ने एक लाख रुपए की फ़िरौती की मांग की है. उसी ख़बर में आगे कहा गया है कि जो भी लडकी के ठिकाने के बारे में जानकारी देगा, उसे एक हज़ार रुपये का ईनाम मिलेगा. ये पढ कर ओमी कहता है,

"धत तेरे की! ग़ुंडों को एक लाख और भले आदमी को एक हज़ार!"

1 comment:

Summerssong said...

अगवा की गयी है होना चाहिए है ना??
या फिर अपहरण किया गया है!